वह जो शिव है जो शंकर है
वह ही तो रचयिता
वह ही तो विध्वंस
वही पार्वती का ईश्वर
वही सती का अभिमान
बसा के अंतर में गरल
देता है विश्व को जीवन का आधार
है नमन उसको शत शत
बारम्बार
मनीषा
वह ही तो रचयिता
वह ही तो विध्वंस
वही पार्वती का ईश्वर
वही सती का अभिमान
बसा के अंतर में गरल
देता है विश्व को जीवन का आधार
है नमन उसको शत शत
बारम्बार
मनीषा
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