नेताजी से पूछ बैठा
पंद्रह अगस्त की पूर्व सन्ध्या पर एक पत्रकार
नेताजी आपके राज में विकास की स्थिति बतलाइये
मुस्कुरा के बोले नेताजी
दो ही बरस में मेरे घर में हुआ सुपुत्र विकास
और उसके एक ही साल में आई है पुत्री
नाम रक्खा है उसका तरक्की
आप अगले प्रश्न पर आइए
पूछा फिर ज़रा ज़ोर दे कर वह
नेताजी प्रदेश में
आपने क्या कार्य किया कुछ बतलाइए
बोले फिर नेताजी अरे बुरबक
ये जो 50 किलोमीटर सड़क बनवाई
कई पुल बनवाए दिखता नहीं तुझे
पत्रकार ने फ़िर उछाला एक तंज
जी वही सड़क नेताजी जिस पर अभी हुआ है
एक कन्या के साथ दुःसाहस ?
नेताजी ! ज़रा यहाँ लॉ और आर्डर की
स्थिति पर नज़र दौड़ाइए कुछ बतलाइए
नेताजी बोले एक आध किस्सा तो इतने
बड़े प्रदेश में चलता है
बाकि घर में लॉ ही नही
आर्डर भी
मेरी श्रीमती का ही चलता है
मनीषा
पंद्रह अगस्त की पूर्व सन्ध्या पर एक पत्रकार
नेताजी आपके राज में विकास की स्थिति बतलाइये
मुस्कुरा के बोले नेताजी
दो ही बरस में मेरे घर में हुआ सुपुत्र विकास
और उसके एक ही साल में आई है पुत्री
नाम रक्खा है उसका तरक्की
आप अगले प्रश्न पर आइए
पूछा फिर ज़रा ज़ोर दे कर वह
नेताजी प्रदेश में
आपने क्या कार्य किया कुछ बतलाइए
बोले फिर नेताजी अरे बुरबक
ये जो 50 किलोमीटर सड़क बनवाई
कई पुल बनवाए दिखता नहीं तुझे
पत्रकार ने फ़िर उछाला एक तंज
जी वही सड़क नेताजी जिस पर अभी हुआ है
एक कन्या के साथ दुःसाहस ?
नेताजी ! ज़रा यहाँ लॉ और आर्डर की
स्थिति पर नज़र दौड़ाइए कुछ बतलाइए
नेताजी बोले एक आध किस्सा तो इतने
बड़े प्रदेश में चलता है
बाकि घर में लॉ ही नही
आर्डर भी
मेरी श्रीमती का ही चलता है
मनीषा