स्त्रियां अजीब हैं!
सब कुछ गा देती हैं ।
स्त्रियों ने गाया,
बिछोह बाबुल के घर का,
बाबुल से शिकवा,
पति से नखरा ,
सासुल और नन्दी का ताना
नई नवेली जच्चा का दर्द
और गाया मां का ममत्व ।
उन्होंने गीतों में उकेर दिया,
अपना सूनापन, अपना प्यार
और दुनिया सुनती रही
उन्हें लोक गीतों में ।
ऐसे छिपा लिया स्त्रियों ने
अपना दर्द और गा दिए
ब्याह, विदाई, मिलन,बिछोह,
जच्चा बच्चा के गीत।
स्त्रियां गाती रहीं
चुपचाप रात में अंधेरे में,
चौके में चूल्हे पर,
कुओं और तलाबों पर,
ब्याह और शादी में।
उन्हें सबने सुना,
लेकिन किसी ने सुना नहीं।
मनीषा वर्मा
#गुफ़्तगू
सच है । सब कुछ गया दिया फिर भी किसी ने सुना नहीं । बेहतरीन
ReplyDeleteगया को गा पढ़ें .
Deleteधन्यवाद
Deleteस्त्रियां स्त्री इसीलिए हैं क्योंकि उनके जज्बातों में एहसासों का 'परा' स्वरूप है, वह एहसासों को देखती हैं, बुनती हैं, गुनती है, उसकी धड़कनों को गुनगुनाती है और फिर 'बैखरी' रूप में उनके मधुर कंठों से वे भाव फूट पड़ते हैं। बहुत सुंदर कविता। बधाई और आभार!!!
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना सोमवार 5 सितम्बर ,2022 को
ReplyDeleteपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
धन्यवाद
Deleteजी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार(०५-०९ -२०२२ ) को 'शिक्षा का उत्थान'(चर्चा अंक-४५४३) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
धन्यवाद
Deleteअफसोस कार्य को व्यस्तता के कारण नहीं सम्मिलित हो सकी
Deleteसचमुच स्त्रियाँ ऐसी ही होती है।
ReplyDeleteमर्मस्पर्शी सृजन।
धन्यवाद
Deleteसही ऐसी ही तो होती है स्त्री बहुत सुंदर भाव पूर्ण अभिव्यक्ति
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteक्या छुपाया स्त्रियों ने सब गा दिया ...अपना सुख दुख , मिलन बिछोह ।परन्तु अफसोस कि सुनने वालों के दिल को न छू पाये वे बोल।
ReplyDeleteना बदला स्त्री का कल ना आज।
बहुत ही भावपूर्ण सुंदर सृजन ।
धन्यवाद
Deleteवाह बहुत ही सुन्दर रचना
ReplyDeleteहृदय स्पर्शी
धन्यवाद
Deleteबहुत सुंदर गहन व्याख्या की है आपने ।
ReplyDeleteपर सभी कहा सुन कर भी किसने सुना बस ---
धन्यवाद
Deleteपर सच कहा/ पढ़िए!
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteस्त्रियाँ वेदना और खुशी दोनों व्यक्त करने में मुखर होती हैं शायद इसिलिए सब गा देती हैं।सच को दूसरे रूप में प्रकट करना उन्हें खूब आता है,भले कोई सुने ना समझे।बहुत ही भावपूर्ण रचना जो नारी जीवन का यथार्थ चित्रण करती हैं।
ReplyDeleteआपका आभार आपको पसंद आई
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