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Wednesday, January 15, 2025

ये उठता धुंआ ये सुलगती लाशें

 ये उठता धुंआ ये सुलगती लाशें

ये बच्चों की चीखें
ये स्त्रियों का रूदन
ये खंडहर शहरों के
ये मलबों में दबे मासूम हाथ
ये अध कटे बदन
ये सड़कों पर चीथड़े मांस के
ये किस ने बारूद से उड़ा दी हैं
मानवता की धज्जियां?
मनीषा वर्मा

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