Pages

Monday, May 4, 2015

मुलाकात

 बाद मुद्द्त के फिर उनसे मुलाकात हुई 
जो किसी ने ना समझी ना जानी 
आँखों की आँखों से वो ही बात हुई 
वो मुस्कुरा दी हम हंस दिए 
इश्क की मासूमियतें अब जवान हुई 
मनीषा

No comments:

Post a Comment