ले कर सौ सौ के करारे नोट
आया नेता माँगने वोट
समझ ना पाया उसका खोट
मैंने दे दिया अपना वोट
नेता ने कर ली साठ गाँठ
सत्ता की हो गई बन्दर बाँट
नेता मार गया मेरी पॉकेट
चुनाव चुनाव का कर गया नाटक
खूब करी फिर नेता ने सीना जोरी
लूटी मिल बैठ कर सरकारी तिजोरी
देता रहा गणतंत्र दुहाई
नेता ने खाई खूब मलाई
पकड़ के उसको भेजा जेल
चट पट उसको मिल गई बेल
जनता में डाल कर फूट
नेता गया जेल से छूट
घर घर जन जन में दंगल हुआ
नेताजी के आँगन मंगल हुआ
गिना कर विकास का बही खाता
नेता जोड़ गया फिर उम्मीद से नाता
ले कर सौ सौ के करारे नोट
फिर आया नेता मांगने वोट
#गुफ़्तगू
मनीषा वर्मा
आया नेता माँगने वोट
समझ ना पाया उसका खोट
मैंने दे दिया अपना वोट
नेता ने कर ली साठ गाँठ
सत्ता की हो गई बन्दर बाँट
नेता मार गया मेरी पॉकेट
चुनाव चुनाव का कर गया नाटक
खूब करी फिर नेता ने सीना जोरी
लूटी मिल बैठ कर सरकारी तिजोरी
देता रहा गणतंत्र दुहाई
नेता ने खाई खूब मलाई
पकड़ के उसको भेजा जेल
चट पट उसको मिल गई बेल
जनता में डाल कर फूट
नेता गया जेल से छूट
घर घर जन जन में दंगल हुआ
नेताजी के आँगन मंगल हुआ
गिना कर विकास का बही खाता
नेता जोड़ गया फिर उम्मीद से नाता
ले कर सौ सौ के करारे नोट
फिर आया नेता मांगने वोट
#गुफ़्तगू
मनीषा वर्मा
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